वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते रमजान माह में नही होगी मस्जिदों में तरावीह*

मंदसौर जिले के शामगढ मैं चांद दिखाई देने के बाद मुस्लिम समाज का पवित्र महिना रमजान की शुरुआत 25 अप्रैल से होगी। इस्लाम के मानने वालों के लिए यह महीना सबसे पवित्र माना जाता है इस महीने में सभी मस्जिदों में जाकर रात्रि (ईशा) को होने वाली तरावीह की विशेष नमाज अदा करते हैं ।लेकिन कोरोनावायरस के चलते पहली बार मस्जिदों में तरावीह की नमाज और रोजा इफ्तार नहीं होगा। अंजुमन इस्लामिया कमेटी नूरी जामा मस्जिद के सदर शेरआलम वारसी द्वारा बताया गया कि सर्वहित में कोरोना संक्रमण और लॉक डाउन के चलते निर्णय लिया गया है कि रमजान के पवित्र माह में मस्जिदों में तरावीह की विशेष नमाज के लिए किसे भी अनुमति नहीं है सिर्फ 7 लोग ही नियमानुसार मस्जिदों में नमाज अदा करेंगे रोजा खोलने के समय भी मस्जिदों में सिर्फ 7 लोग ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रोजा खोलेंगे उन्होंने समाजजनों से अपील की है कि वर्तमान परिस्थिति और कोरोनावायरस के चलते सभी लोग इस महीने में रोजा रखें और घरों पर ही इबादत करें और इस वैश्विक महामारी से इस मुल्के हिंदुस्तान, दुनिया, शहर को और खुद को बचाने की दुआएं करें। कोई भी लॉक डाउन का उल्लंघन ना करें और घरों में भी किसी प्रकार की रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन नहीं किया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि तरावीह की विशेष नमाज रात 8:00 से 11:00 बजे के मध्य पढ़ी जाएगी और जिन 7 लोगों को अनुमति मिलेगी वही लोग तरावीह की नमाज पढ़ेंगे । अगर कोई भी लॉक डाउन का उल्लंघन करते पकड़ा गया तो समस्त जिम्मेदारी उसकी होगी इसमें समाज की कोई भूमिका नही होगी और कानून अनुसार वह सजा का भागीदार होगा।।